Home

Saturday, May 23, 2020

विश्व की रोचक जानकारी ( Rochak Facts)






101 Interesting Facts in Hindi


1: फिलिपिन्स में पाया जाने वाला बोया पक्षी प्रकाश में रहने का इतना शौकीन होता है कि अपने घोंसले के चारो और जुगनु भरकर लटका देता है.
2.वेटिकनसिटी दुनिया का सबसे छोटा देश है इसका क्षेत्रफल 0.2 वर्ग मील है और इसकी आबादी लगभग 770 है. इनमें से कोई भी इसका परमानेंट नागरिक नही है.
3.नील आर्मस्ट्राँग ने सबसे पहले अपना बाँया पैर चँद्रमा पर रखा था और उस समय उनके दिल की धड़कन 156 बार प्रति मिनट थी.
4.धरती के गुरूत्वाकर्षण के कारण पर्वतों का 15,000 मीटर से ऊँचा होना संभव नही है.
5.रोम दुनिया का वो शहर है जिसकी आबादी ने सबसे पहले 10 लाख का आकड़ा पार किया था.
6.1992 के क्रिकेट विश्वकप में इंग्लैंड को हराते हुए जिम्बाब्वे ने बड़ा उल्टफेर कर दिया था. पहले बल्लेबाजी करते हुए जिम्बाब्वे ने सिर्फ 134 रन बनाए और इंग्लैंड का काम आसान कर दिया लेकिन हुआ ऐसा नही, इंग्लैंड की टीम 125 रन पर ही ढेर हो गई.
7. 269 मीटर की ऊँचाई वाले टाइटैनिक को अगर सीधा खड़ा कर दिया जाए तो यह अपने समय की हर इमारत से ऊँचा होता .
8.टाइटैनिक की चिमनिया इतनी बड़ी थी कि इनमें से दो ट्रेने गुजर सकती थी.
9.सिगरेट लाइटर की खोज माचिस से पहले हुई थी.
10.हमारे ऊँगलीयों के निशानों की तरह हमारी जुबान के भी निशान भिन्न होते है.
11.विश्व में अभी भी 30 प्रतीशत लोग ऐसे है जिन्होंने कभी मोबाइल का प्रयोग नही किया.
12.औसतन हर दिन 12 नव-जन्में बच्चे किसी ओर मां-बाप को दें दिए जाते हैं.
13.आईसलैंड में पालतू कुत्ता रखना क़ानून के विरूद्ध है.
14.Righted-handed लोग औसतन left-handed लोगों से 9 साल ज्यादा जीते हैं.
15.शहद एक एकलौता ऐसा खाद्य पदार्थ है जो कि हजारों सालों तक खराब नही होता. Egypt के पिरामिडों में फैरो बादशाह की क्रब में पाया गया शहद जब खोजी वैज्ञानिकों द्वारा चखा गया तब भी वह उतना हीस्वादिष्ट था. बस उसे थोडा गरम करने की जरूरत थी.
16.एक औसतन लैड की पेंसिल से अगर एक लाइन खींची जाए तो वह 35 किलोमीटर लंम्बी होगी जिससे 50,000 अंग्रेजी शब्द लिखें जा सकते है.
17.एक समुद्री केकडे का दिल उसके सिर में होता है.
18.गोरिल्ला एक दिन मे ज्यादा से ज्यादा 14 घंटे सोते है.
19.हर साल लोग साँपों के ज्यादा मधु मक्खियों द्वारा  काटे  जाने  से मारे जाते है.
20.कुछ कीड़े भोजन ना मिलने पर खुद को ही खा जाते हैं.
21.कुछ शेर दिन में 50 बार सहवास करते है.
22.तितलियाँ किसी वस्तु का स्वाद अपने पैरों से चखती है.
23.1386 ईसवी में फ्रांस में लोगो द्वारा एक सुअर को एक बच्चे के क़त्ल के दोष में फाँसी पर लटका दिया गया था.
24.मानव गर्भनिरोधक गोलियां गोरिल्ला पर भी काम करती है.
25.एक गिलहरी की उम्र 9 साल तक होती है.
26.क्या आप जानते है छिपकली का दिल 1 मिनट में 1000 बार धड़कता है.
27.अगर एक बिच्छू पर थोड़ी सी मात्रा में भी शराब या रस डाल दिया जाए तो यह पागल हो जाएगा और खुद को डंक मार लेगा.
28.एक औसत मनुषय के लिए अपनी ही कुहनी चाट पाना असंभव है.
29.जो लोग इस को पढ़ रहे है उन में से 75 % से ज्यादा लोग अपनी कुहनी चाटने की कोशिश करेगे.
30.अगर आप जोर से छीके तो आप अपनी पसली तुडवा सकते हैं.
31.अगर आप छीकते वक्त अपनी आँखे जोर से खुली रखने की कोशिश करे तो आप की eyeball (डेला) तिडक सकता है.
32.सिर्फ एक घंटा हेडफोन लगाने से हमारे कानो में जीवाणुयों की तादाद 700 गुना बढ़ जाती है.
33.पूरे जीवन काल के दौरान नीद में आप भिन्न-भिन्न तरह के 70 कीट और 10 मकडीयाँ खा जाते है.
34.आपका दिल एक दिन में लगभग 100,000 बार धडकता है.
35.आप के शरीर की लगभग 25 फीसदी हड़डियाँ आप के पैरों में होती हैं.
36.ऊगलियों के नाखुन पैरों के नाखुनों से 4 गुना ज्यादा जलदी बढ़ते हैं.
37.आप 300 हड़डियों के साथ जन्म लेते है., पर 18 साल तक होतो-होते आप की हड़डियाँ जुड़ कर 206 रह जाती हैं.
38.एक औसतन ईन्सान दिन में 10 बार हसता है.
39.छीकते समय आँखे खुली रख पाना नामुनकिन है और छीकते समय दिल की गती एक मिली सेंकेड के लिए रुक जाती है.
40.”Rhythm”(लय) vowel के बिना इंग्लिस का सबसे बड़ा शब्द है.
41.’TYPEWRITER’ सबसे लंम्बा शब्द है जो कि keyboard पर एक ही लाइन पर टाइप होता है.
42.’Uncopyrightable’ एकलौता 15 अक्षरो वाला शब्द है जिसमे कोई भी अक्षर दुबारा नही आता.
43.’Forty’ एकलौती संख्या है जिसके अक्षर alphabetical order के अनुसार जबकि ‘one” के alphabetical order से उलट हैं.
44.इंग्लिस के शब्द ‘therein’ से सात सार्थक शब्द निकाले जा सकते है -the,there,he,in,rein(लगाम),her,here,ere(शीघ्र),therein,और herein(इसमे).
45.Albert Einstein के अनुसार हम रात को आकाश में लाखों तारे देखते है उस जगह नही होते ब्लकि कही और होते है. हमें तों उनके द्वारा छोडा गया कई लाख प्रकाश साल पहले का प्रकाश होता है.
46.ज्यादातर विज्ञापनो में घड़ी पर 10 बज कर 10 मिनट का समय दिखाया जाया जाता है.
47.पुरूषों की shirts के बटन Right side पर जबकि औरतो left side के पर होते हैं.
48.चमगादड गुफा से निकलते समय हमेसा बाएँ हाथ मुडते है.
49.लगभग 100 चमगादड़ मिल के एक साल में 25 गाय का खून पी जाते हैं.
50.अगर एक आदमी सात दिनो के लिए कही बाहर जाता है तो वह पाँच दिन के कपड़े पैक करता है. मगर जब एक औरत सात दिन के टूर पर जाती है तो वह लगभग 21 सूट पैक करती है क्योकि वह यह नही जानती कि हर दिन उसे क्या पहनने को दिल करेगा.

उत्तर कोरिया के हैरान कर देने वाले रोचक- जरूर देखे ›

51.100 की उम्र के पार पहुँचने वालो में से 5 में से 4 औरते होती हैं.
52.जिन लोगो कि शरीर पर तिलों की संख्या ज्यादा होती है वह औसतन कम तिल वाले लोगो से ज्यादा जीते हैं.
53.कुत्ते और बिल्लीयाँ भी मनुष्य की तरह left या right-handed होते है.
54.इतिहास में सबसे छोटा युद्ध 1896 में England और Zanzibar के बीच हुआ. जिसमें Zanzibar ने 38 मिन्ट बाद ही सरेंडर कर दिया था.
55.फेसबुक पर 10 या उससे अधिक likes वाले 4 करोड़ 20 लाख पेज है।
56.फेसबुक के 43 प्रतिशत users पुरुष है वहीं 57 फीसदी महिलाएं।
57.यदि कोई व्यक्ति हर वेबसाइट को मात्र एक मिनट तक ब्राउज़ करे तो उसे सारी वेबसाइटें खंगालने में 31000 वर्ष लगेंगे. यदि कोई व्यक्ति सारे वेबपन्ने पढना चाहे तो उसे ऐसा करने में करीब 6,00,00,000 दशक लगेंगे.
58.दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान हिमाचल प्रदेश के चायल नामक स्‍थान पर है। इसे समुद्री सतह से 2444 मीटर की ऊंचाई पर भूमि को समतल बना कर 1893 में तैयार किया गया था।
59.व्यक्ति खाना खाए बिना कई हफ्ते गुजार सकता है, लेकिन सोए बिना केवल 11 दिन रह सकता है।
60.जिस हाथ से आप लिखते हैं, उसकी उंगलियों के नाखून ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं।
61.हमारे शरीर में लोहा भी होता है इतना कि एक शरीर से प्राप्त लोहे से एक इंच की कील भी तैयार की जा सकती है |
62.एक सामान्य मनुष्य अपने पूरे जीवनकाल में भूमध्य रेखा के पाँच बार चक्करलगाने जितना चलता है। यह लगभग 2 लाख किलोमीटर बनता है.
63.भास्‍कराचार्य ने खगोल शास्‍त्र के कई सौ साल पहले पृथ्‍वी द्वारा सूर्य के चारों ओर चक्‍कर लगाने में लगने वाले सही समय की गणना की थी। उनकी गणना के अनुसार सूर्य की परिक्रमा में पृथ्‍वी को 365258756484 दिन का समय लगता है।
64.वाराणसी, जिसे बनारस के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन शहर है जब भगवान बुद्ध ने 500 बी सी में यहां आगमन किया और यह आज विश्‍व का सबसे पुराना और निरंतर आगे बढ़ने वाला शहर है।
65.भारत 17वीं शताब्‍दी के आरंभ तक ब्रिटिश राज्‍य आने से पहले सबसे सम्‍पन्‍न देश था। क्रिस्‍टोफर कोलम्‍बस भारत की सम्‍पन्‍नता से आकर्षित हो कर भारत आने का समुद्री मार्ग खोजने चला और उसने गलती से अमेरिका को खोज लिया।
66.संस्कृत सभी उच्च भाषाओं की जननी माना जाता है. क्योंकि यह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के लिए सबसे सटीक है, और इसलिए उपयुक्त भाषा है.
67.70%फीसदी लिवर, 80 फीसदी आंत और एक किडनी बगैर भी इंसान जिंदा रह सकता है।
68.कुर्सी पर बैठ कर अपने दाएं पैर से गोला बनाइये और साथ ही अपने दाएं हाथ से हवा में 6 लिखिए , आपके पैरों की दिशा बदल जाएगी.
69.मुंबई के ब्रेबॅार्न स्टेडियम में 1988 में खेल One day अभ्यास मैच में सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के लिए फ़ीलि्डिंग की थी.
70.गुगल से 10 अरब से अधिक पेज जुडे हुए है जो हर 19 महीने में दुगने हो जाते है.
71.Internet में 80% प्रतीशत ट्रेफिक सर्च इंजनो की वजह से आता है.
72.हम शाम के मुकाबले सुबह लगभग 1 cm लम्बे होते हैं.
73.सपनो में हम सिर्फ वही चीजें देख सकते हैं जो हम पहले से देख चुके हैं.
74.अफजल खान की एक बीवी ने उसे शिवाजी की शरण जाने को कहा तो अफजल खान इतना भड़क गया कि उसने अपनी पूरी 63 बीवीयो को मार कर एक कुवे में फेक दिया.
75.गरम पानी ठन्डे पानी से पहले बर्फ में बदल जाता है.
76.अगर पृथ्वी को सेब के आकार का बना दे तो पृथ्वी के ऊपर वायुमंडल केवल उसके छिलके के बराबर है.
77.टाइटैनिक जहाज को बनाने को लिए उस समय 35 करोड़ 70 लाख रूपये लगे थे जब कि टाइटैनिक फिलम बनाने के लिए 1000 करोड़ के लगभग लागत आई.
78.बिल गेट्स हर सेकेण्ड में करीब 12000  रुपये कमाते हैं यानि एक दिन में करीब 102 करोड़ रूपये. 
79.राष्ट्रपति जार्ज बुश ने एक बार जपानी प्रधानमंन्त्री की कुर्सी पर उल्टी कर दी थी.
80.चीन में एक 17 साल के लड़के ने i pad2 और i phone के लिए अपनी kidney बेच दी थी.
81.धरती पे जितना भार सारी चीटीयों का है उतना ही सारे मनुष्यो का है.
82.Octopus के तीन दिल होते हैं.
83.सिर्फ मादा मच्छर ही आपका ख़ून चूसती हैं. नर मच्छर सिर्फ आवाजे करते हैं.
84.ब्लु वेहल एक साँस में 2000 गुबारो जितनी हवा खिचती है और बाहर निकालती है.
85.मच्छलीयो की यादआसत सिर्फ कुछ सेकेंड की होती है.
86.पैराशूट की खोज हवाईजहाज से 1 सदी पहले हुई थी.
87..कंगारु उल्टा नही चल सकते.
88.चीन में आप किसी व्यकित को 100 रूपया प्रति घंटा अपनी जगह लाइन में लगने के लिए कह सकते है.
89.Facebook उपयोग करने वाली सबसे बुजुर्ग मनुष्य 105 साल की एक महिला है जिसका नाम Lillion Lowe है.
90.ग्रीक और बुलगागिया में एक युद्ध सिर्फ इसलिए लड़ा गया था क्योंकि एक कुत्ता उनका border पार कर गया था.
91.1894 में जो सबसे पहला कैमरा बना था उससे आपको अपनी फोटो खीचने के लिए उसके सामने 8 घंटे तक बैठना पड़ेगा.
92.आप को कभी भी यह याद नही रहेगा कि आपका सपना कहा से शुरू हुआ था.
93.Keyboard पर टॅायलेट सीट से 60 गुना ज्यादा germs होते है.
94.हर साल 4 लोग अपनी पैंट बदलते समय अपनी जान गवा देते हैं.
95.फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने यूनिवर्सिटी में पढाई के दौरान Facemash नाम से वेबसाईट बनाई थी बाद में इसी का नाम Facebook कर दिया गया. 
96.Abraham Lincoln जब Depression(अवसाद) से गुजर रहे थे तो वह चाकू-छूरों से दूर रहते थे, उन्हें डर था कि वह खुद को मार न ले.
97.लोग सबसे ज्यादा तेज फैसले तब लेते है जब वह वीडियो गेम खेल रहे होते हैं.
98.हर साल दो मिनट ऐसे होते है जिन्में 61 सैकेंड होते हैं.
99.आम तौर पे classes में पढ़ाया जाता है कि प्रकाश की गति 3 लाख किलोमीटर/सैकेंड होती है पर असल में यह गति 2,99,792 होती है.
100.हर सैकेंड 100 बार आसमानी बिजली धरती पर गिरती है। 

भारत माला प्रोजेक्ट को नरेंद्र मोदी क्यो समझते है इतना  अहम- अभी देेेखे

Editor By-Ravi Yadav


SagarMala Project - सागर माला प्रोजेक्ट Indian

सागर माला प्रोजेक्ट भारत को बनायेगा आर्थिक

महाशक्ति- 






क्या है मोदी की सागरमाला परियोजना?

सागरमाला परियोजना (SagarMala Project) की घोषणा 15 अगस्त 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने की थी | यह योजना देश के सभी बंदरगाहों को आपस में जोड़ने से सम्बद्ध है इसे सागरमाला इसलिए कहा गया क्योंकि परियोजना के अंतर्गत देश के सभी प्रमुख और गैर प्रमुख बंदरगाहों को नई तकनीक से लैस करना और समुद्र व्यापार को बढ़ावा देना शामिल है| 15 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने JNPT में अपने संबोधन के दौरान कहा कि सरकार द्वारा सागर माला परियोजना की परिकल्पना की गई है समुद्र तटीय राज्यों के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसे न केवल बंदरगाह का विकास होगा बल्कि बंदरगाह के द्वारा भी विकास सुनिश्चित होगा | जिसमें बंदरगाह विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) और समुद्र तट क्षेत्र से रेल, सड़क, हवाई मार्ग और जल मार्ग के द्वारा संपर्क शामिल होगा प्रधानमंत्री के अनुसार समस्त विश्व व्यापार का 2/3 और कंटेनर व्यापार का 50% हिस्सा हिंद महासागर के द्वारा होता है | अब इस योजना के अंतर्गत 10 तटीय आर्थिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे जो आर्थिक विकास के केंद्र में होंगे |
बलूचिस्तान पाकिस्तान interesting facts in hindi

क्या है सागरमाला परियोजना:

भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए मोदी सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ के तहत सागरमाला परियोजना की शुरूआत २०१४ में की गई थी, इसके तहत देश के चारों ओर सीमाओं पर सड़क परियोजनाओं में 7500 किलोमीटर लंबे तटीय क्षेत्र को जोड़ने के लिए नेटवर्क विकसित किया जाना है। केंद्र सरकार अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना सागरमाला पर 70 हजार करोड़ रु खर्च कर रही है। बंदरगाहों को जोड़ने की योजना के तहत रेल मंत्रालय 20 हजार करोड़ रुपए की लागत से 21 बंदरगाह-रेल संपर्क परियोजनाओं पर काम शुरू करेगा। इस परियोजना का मकसद बंदरगाहों पर जहाजों पर लदने और उतरने वाले माल का रेल रेल और राष्ट्रीय राजमार्गो के जरिए उनके गंतव्य तक सागरमाला से पहुंचाना है। इस परियोयजना में बंदरगाहों के विकास और नए ट्रांसशिपिंग पोर्ट का भी निर्माण भी शामिल है, ताकि बंदरगाहों की क्षमता बढ़ाई जा सके। जाहिर सी बात है कि इससे देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी, वहीं इसके तहत 27 इंफ्रास्ट्रक्चर क्लस्टरों का विकास होने से करीब एक करोड़ रोजगार भी सृजित होंगे। सरकार की जारी रिपोर्ट पर भरोसा करें तो सागरमाला देश के लॉजिस्टिक्स सेक्टर की तस्वीर बदल देगी।
sagarmala-project सागरमाला परियोजना का उद्देश्य

सागरमाला परियोजना का उद्देश्य:

  1. सागरमाला का मकसद भारत के शिपिंग क्षेत्र की तस्वीर बदलना है. इसके तहत बंदरगाहों को आधुनिक बनाया जाएगा और उनके इर्द-गिर्द विशेष आर्थिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे.
  1. जैसे स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना ने भारत में सड़क परिवहन का स्वरूप बदला उसी तरह वाजपेयी सागरमाला के जरिये जल परिवहन क्षेत्र का कायाकल्प करना चाहते थे.
  1. विदेशों से होने वाले भारत के व्यापार का 90 फीसदी बंदरगाहों के जरिये होता है. देश की करीब साढ़े सात हजार लंबी तटीय सीमा पर 13 बड़े बंदरगाह हैं.
  1. सरकार की योजना है कि इनका कायाकल्प किया जाए और कुछ नए बंदरगाह भी विकसित किए जाएं.

सागरमाला परियोजना का लाभ:

  1. अनुमान लगाया जा रहा है कि सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो सागरमाला से सरकार को सालाना औसतन 40 हजार करोड़ रु तक की बचत होगी.
  2. इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है. सागरमाला के तहत देश के भीतरी भागों में जलमार्ग विकसित करने की भी योजना है.
  3. नदियों और नहरों से बने ये जलमार्ग सीधे बंदरगाहों से जुड़े होंगे और इनके जरिये समुद्र से दूर स्थित इलाकों से भी माल ढोया जा सकेगा.
  1. एक लीटर डीजल से सड़क पर 24 टन के कारगो को एक किलोमीटर तक ढोया जा सकता है. रेल के मामले में यही आंकड़ा 85 टन का हो जाता है और जल परिवहन के मामले में 105 टन तक पहुंच जाता है. यानी इससे माल ढुलाई की लागत असाधारण रूप से कम हो सकती है.
  2. बंदरगाहों तक रेल के जरिये कारगो के आवागमन को सरल बनाने के लिए खास तौर पर इंडियन पोर्ट रेल कॉरपोरेशन नाम की संस्था भी बनाई गई है. यानी सागरमाला से सड़क और रेल मार्ग पर पड़ रहा बोझ घटेगा और समय और पैसे की बचत होगी.
  3. कारोबार को आसान बनाने पर जोर दे रही सरकार का मानना है कि उद्योग बंदरगाहों के नजदीक होंगे तो उनके लिए निर्यात आसान होगा.
  4. सागरमाला का एक अहम हिस्सा बंदरगाहों के इर्द-गिर्द तटीय आर्थिक क्षेत्रों का निर्माण भी है. कारोबार को आसान बनाने पर जोर दे रही सरकार का मानना है कि उद्योग बंदरगाहों के नजदीक होंगे तो उनके लिए निर्यात आसान होगा.
  5. नए आर्थिक क्षेत्र पनपने से स्थानीय लोगों के लिए बड़ी संख्या में रोजगार पैदा होंगे. इन लोगों के लिए सस्ती आवासीय परियोजनाएं भी विकसित करने की भी योजना है. इस तरह देखा जाए सागरमाला बड़े शहरों की तरफ हो रहे पलायन को रोकने की अहम कवायद भी है.
  6. इन बंदरगाहों का नियंत्रण केंद्र सरकार के पास रहेगा. यही वजह है कि केंद्र और राज्यों के बीच बढ़ते टकराव को देखते हुए कुछ इस योजना की सफलता पर संदेह जता रहे हैं.
  7. इसमें राज्यों को भी कम फायदा नहीं है. बंदरगाहों पर केंद्र का नियंत्रण होगा तो विशेष आर्थिक क्षेत्रों से जुड़ी अलग-अलग गतिविधियां राज्य सरकारों के अधीन होंगी. इस मसले पर सबको साथ लेकर चलने के लिए केंद्र ने राष्ट्रीय सागरमाला समिति भी बनाई है जिसमें सभी तटीय राज्यों के प्रतिनिधि हैं.

सागरमाला प्रोजेक्ट का विकास क्रम:

  • रेल मंत्रालय द्वारा 20 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली 21 बंदरगाह-रेल संपर्क परियोजनाओं का निर्माण किया जाएगा।
  • इन परियोजनाओं को जहाजरानी मंत्रालय द्वारा अपने प्रमुख कार्यक्रम सागरमाला के बंदरगाह संपर्क बढ़ाने के लक्ष्य के तहत पहचान किया गया है।
  • इनका उद्देश्य रेल निकासी नेटवर्क को मजबूत बनाना और बंदरगाहों को अंतिम छोर तक संपर्क उपलब्ध कराना है।
  • भारतीय बंदरगाह-रेल निगम लिमिटेड (आईपीआरसीएल) द्वारा छः अन्य परियोजनाओं पर विचार किया जा रहा है।
  • जहाजरानी मंत्रालय द्वारा ‘भारतीय बंदरगाह रेल निगम’ (IPRCL : Indian Port Rail Corporation Limited) को निगमित किया गया है।
  • आईपीआरसीएल को पहले ही माल की त्वरित निकासी हेतु विशाखापत्तनम एवं चेन्नई बंदरगाहों के लिए 3 परियोजनाओं का आवंटन किया जा चुका है।
  • सागरमाला कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना अप्रैल, 2016 के तहत कई बंदरगाह-रेल संपर्क परियोजनाओं की पहचान की गई है।
  • इसमें आईबी घाटी/तलचर से पारादीप तक हैवी हॉल रेल लाइन का विकास भी शामिल है।
  • परियोजना से महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) से दक्षिण भारत के विभिन्न तटीय विद्युत संयंत्रों तक तटीय नौवहन के माध्यम से तापीय कोयले की ढुलाई में मदद मिलेगी।
  • तूतीकोरिन जैसे प्रमुख बंदरगाह और धमारा, गोपालपुर, कृष्णापट्टनम जैसे गैर-प्रमुख बंदरगाहों के लिए भी रेल संपर्क परियोजनाएं प्रस्तावित हैं।
  • सागरमाला कार्यक्रम के चार मुख्य उद्देश्यों में शामिल हैं-  (1) बंदरगाह आधुनिकीकरण एवं नए बंदरगाहों का विकास (2) बंदरगाह संपर्क बढ़ाना (3) बंदरगाह आधारित औद्योगीकरण और (4) तटीय समुदाय विकास।
  • इसके अंतर्गत 150 परियोजनाओं की पहचान की गई है जिनमें 4 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा।
  • इससे 10 वर्ष की अवधि में 40 लाख प्रत्यक्ष रोजगार समेत लगभग 1 करोड़ रोजगार का सृजन होगा।
  • इन परियोजनाओं से सालाना लगभग 35 हजार करोड़ रुपये की लॉजिस्टिक लागत में बचत होने का अनुमान है।
  • इससे वर्ष 2025 तक भारत से वाणिज्यिक निर्यात को बढ़ाकर 110 बिलियन डॉलर पहुंचाने में मदद मिलेगी।
  • छह मेगापोर्ट बनाने की योजना भी सागरमाला परियोजना में शामिल है।


Editor By- Ravi Yadav




Bharat Mala Project - जाने क्यो है जरुरी

आधुनिक भारत के विकास का मार्ग- भारत माला प्रोजेक्ट


केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए बुनियादी ढांचे पर भारी भरकम खर्च की योजना बनायी है। इसके तहत देश में बड़े पैमाने पर सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। इस पर पांच वर्षो में लगभग 6.92 लाख करोड़ का निवेश होगा और कुल 83,677 हजार किमी सड़कों का निर्माण होगा। इसमें महाकाय ‘भारतमाला’ परियोजना भी शामिल है। यह परियोजना देश में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करने में मददगार साबित होगी।

भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए काफी राशि वर्तमान राजमार्ग परियोजनाओं के टोल संग्रह (टीओटी) ठेके देकर जुटाई जाएगी। टीओटी का अर्थ है टोल, ऑपरेट एंड ट्रांसफर जिसके तहत ठेका प्राप्त करने वाली कंपनी 20 या 30 वर्ष के लिए सड़क पर टोल संग्रह करेगी और उसके बाद उसे वापस सरकार को सौंप देगी। इसके तहत कुल 82 चालू परियोजनाओं के टीओटी ठेके दिए जाएंगे। इससे सरकार को 34 हजार करोड़ रुपये प्राप्त होने की उम्मीद है। टीओटी के तहत एनएचएआइ ने कुल 680.64 किलोमीटर लंबाई वाले नौ राजमार्गो के मौद्रीकरण के टेंडर आमंत्रित कर लिए हैं। इनसे 6258 करोड़ की राशि प्राप्त होगी। भारतमाला समेत सड़क निर्माण के इस नवीन अंब्रेला कार्यक्रम से देश को एक दक्ष व सुगम परिवहन प्रणाली हासिल होने की उम्मीद है। 



       भारतमाला कार्यक्रम की मुख्य बाते


  1. भारतमाला का पूरा प्रोजेक्ट 60,000 किमी का है
  2.     पहले चरण में 24,800 किमी के साथ एनएचडीपी के तहत अधूरी पडी 10,000 किमी की परियोजनाओं को शामिल किया गया है।जिसमे 5,35,000 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।
  3.     भारतमाला का पहला चरण 2017-18 से शुरू होगा, 2021-22 तक पांच साल की अवधि में इसे पूरा किया जाएगा। 
  4.     24800 किमी में से 18000 किमी का डीपीआर एडवांस्ड स्टेज में है। बचे हुए 7000 किमी का डीपीआर तुरंत अवार्ड किया जायेगा। 
  5.     अगले साल दिसंबर (2018) तक ये सारे काम अवार्ड होंगे । 
  6.     इसके अलावा NH(O), SARDP-NE, EAP, LWE की जो परियोजना चल रही हैं, उसमे 1,57,000 करोड़ खर्च किया जाएगा।
  7.     अगले 5 साल में सड़क विकास पर 6,92,324 करोड़ खर्च किया जाएगा।
  8. आर्थिक कॉरीडोर
  9.     देश में 44 आर्थिक गलियारा निर्माण करने की योजना है।
  10.     पहले चरण में आर्थिक गलियारे के रूप में 9,000 किमी सड़क विकसित की जाएगी।
  11.     28 शहरों में रिंग रोड, 45 शहरों में बाईपास और 34 कोर्रिडोर्स में लेन एक्सपांशन बढ़ने के कारण समय, ईंधन और धन की बचत होगी।
  12.     इसमें आर्थिक कॉरीडोर निर्माण पर 1,20,000 करोड़ खर्च करने की योजना।
  13.     इससे माल ढुलाई की क्षमता बढ़ेगी तथा लाजिस्टक लागत 18% से घटकर 12% हो जाएगी।
  14. इंटर कॉरीडोर फीडर मार्ग
  15.     लगभग 8,000 किमी अंतर-गलियारे और 7,500 किमी फीडर मार्गों की पहचान की गई है। 
  16.     भारतमाला के पहले चरण में 6,000 किमी शामिल किया गया है।
  17.     इसके निर्माण पर 80,000 करोड़ खर्च करने की योजना है।
  18. राष्ट्रीय राजमार्ग की क्षमता सुधार 
  19.     5,000 किमी लम्बें एनएच की क्षमता सुधार पर 1,00,000 करोड़ खर्च करने की योजना। 
  20.     NHDP 185 चेक पॉइंट्स है। क्षमता बढ़ाने से इसमें सुधार होगा।
  21.     ऐसे 34 जगह की पहचान की गयी है जहा लेन एक्सपांशन करना है।
  22.     6 राष्ट्रीय गलियारों में औसत यातायात 30,000 पीसीयू है, इन गलियारों के 6/8 लेन की जरूरत को पूरा किया जाएगा।
  23.     रिंग रोड, बायपास/ एलिवेटेड कॉरीडोर बनाया जाएगा। 
  24.     एनएचएआई के अधिकारियों को अधिक अधिकार दिया गया है।
  25. सीमा और अंतरराष्ट्रीय सम्पर्क 
  26.     BBIN -बांग्लदेश , भूटान , नेपाल के साथ व्यापार बढ़ाने का समझौता किया है। 
  27.     इस योजना से पूर्वोत्तर क्षेत्र को इन देशो से जोड़ने का सबसे ज्यादा फायदा होगा। 
  28.     22 ऐसे स्थान है जिससे कनेक्टिविटी बढ़ेगी 
  29.     नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार से व्यापार सुविधा बढ़ाने पहले चरण में 2,000 किमी शामिल किया गया है।
  30.     सीमा और अंतरराष्ट्रीय सम्पर्क के लिए 25,000 करोड़ खर्च किए जाएंगे। 
  31.     सीमावर्ती व्यापार को बढ़ावा देने के लिए भारत में सीमा सड़क ढांचे का बड़े पैमाने पर उन्नयन किया जाएगा।
  32. तटीय और बंदरगाह सम्पर्क
  33.     भारत में लगभग 2,100 किमी तटीय सड़कों की पहचान की गई है।
  34.     तटीय और बंदरगाह सम्पर्क पर 20,000 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
  35.     भारतमाला परियोजना के साथ सागरमाला परियोजना को जोड़ा जाएगा, जिससे बंदरगाहों और तटीय क्षेत्रों को रेल और रोड से जोड़ा जा सके। 
  36.     अंतदेर्शीय जलमार्ग विकसित करने पर सहयोग मिलेगा। 
  37.     सागरमाला परियोजना में 16 लाख करोड़ का निवेश होना है। 
  38.     आवश्यक कनेक्टिविटी भारतमाला द्वारा दी जाएगी।
  39. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे 
  40.     कुछ राष्ट्रीय और आर्थिक गलियारों में 50,000 पीसीयू से अधिक ट्रैफिक है।
  41.     लगभग 1,900 किमी की पहचान ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के रूप में की गई है। 
  42.     इसमें पहले चरण में 800 किमी शामिल किया गया है।
  43.      ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस के लिए 40,000 करोड़ खर्च करने की योजना है।

सड़कों का विशाल नेटवर्क

भारत में लगभग 46.90 लाख किलोमीटर लंबाई की सड़कों का विशाल नेटवर्क है। भारत में सड़क घनत्‍व इस समय लगभग 1.43 किलोमीटर प्रति वर्ग किलोमीटर है, जो कई देशों से बेहतर है। सड़कों के नेटवर्क के विकास की जिम्‍मेदारी केंद्र सरकार, राज्‍य सरकारों और स्‍थानीय प्रशासन की होती है। राष्‍ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 82,803 किलोमीटर है, जो सड़कों के कुल नेटवर्क के दो प्रतिशत से कम है। लेकिन इन मार्गों से कुल सड़क परिवहन का 40 प्रतिशत से अधिक परिवहन होता है। राष्‍ट्रीय राजमार्गों की विकास की जिम्‍मेदारी केंद्र सरकार की है। भारत में कुल माल का 60 प्रतिशत और यात्री यातायात के 85 प्रतिशत, सड़कों पर ले जाया जाता है।